क्या इस्लाम का मतलब धोखा देना है?
मूल प्रश्न भरोसे का है। जहाँ भरोसा होता है, वहाँ हिन्दू समुदाय के लोग मुसलमानों के साथ उत्सव मनाने में
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पूरा पढ़ें...अपने हिसाब से अपनी नज़र में वे ठीक ही कर रहे थे। उन्हें सिखाया गया था कि इस्लामबहिः लोगों को
पूरा पढ़ें...यदि हम, सृष्टि को जैसा चलना चाहिए, वैसा चलने देने में सहयोगी हैं, इस संसार में अपनी भूमिका कुशलता से
पूरा पढ़ें...आधुनिकता के रङ्ग में रँगी माँएँ बहुत कम मिलेंगी जिन्हें लोरी की दो-चार पङ्क्तियाँ याद होंगी। आज की माँओं को
पूरा पढ़ें...वर्तमान का आचरण लोक-लुभावन हो तो अतीत के ढेर सारे पाप धुल जाते हैं और वर्तमान का आचरण समाज में
पूरा पढ़ें...अजब क़िस्सागोई थी वह। कहानियाँ ख़ास अन्दाज़ और लय में सुनाई जाती थीं। यदि होली का त्योहार आने में एकाध
पूरा पढ़ें...सच—एक इस दुनिया में सबसे बड़ी चीज़ है भाग्य। आपने ख़ुद को नहीं बनाया, न मैंने ख़ुद को बनाया…असल में
पूरा पढ़ें...आपने अपने आपको नहीं बनाया, आपकी ज़िन्दगी की डोर आपके हाथों में नहीं है, आपमें तो दरअसल इस बात तक
पूरा पढ़ें...(‘नभाटा गोल्ड’ से साभार) मनु के अनुसार चारों वर्णों का निर्धारण गुण, कर्म, स्वभाव के अनुसार है, न कि जन्म
पूरा पढ़ें...हमारी एक परेशानी और है कि हम अपने-अपने कुछ देवी-देवता और कुछ भगवान निर्धारित कर लेते हैं और बड़े आराम
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