स्वदेशी, बाज़ार और गान्धी-दृष्टि—एक
एक वक़्त था जब शरमाते-सकुचाते और आम आदमी के प्रति जवाबदेही से मुँह छिपाने की कोशिश करते हुए ही हमारे
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पूरा पढ़ें...(‘नभाटा गोल्ड’ से साभार) मनु के अनुसार चारों वर्णों का निर्धारण गुण, कर्म, स्वभाव के अनुसार है, न कि जन्म
पूरा पढ़ें...हमारी एक परेशानी और है कि हम अपने-अपने कुछ देवी-देवता और कुछ भगवान निर्धारित कर लेते हैं और बड़े आराम
पूरा पढ़ें...यह नूपुर शर्मा प्रकरण पर फेसबुक पर 2 जुलाई, 2022 को लिखी गई एक पोस्ट है, जिसे देश की कई
पूरा पढ़ें...(‘नभाटा गोल्ड’ से साभार) एक-दो नहीं, आचार्य चाणक्य ने सैकड़ों ऐसे सूत्र दिए हैं, जो राज-काज से लेकर आम जनजीवन
पूरा पढ़ें...एक सच्चा दिलचस्प क़िस्सा सुनिए। दलित मित्रों से यही कहूँगा कि अपने नाम में ‘भारतीय’, ‘कमल’, ‘सरोज’ वग़ैरह लगाकर आप
पूरा पढ़ें...पाक कला पहले शूद्रों के लिए हुआ करती थी। ब्राह्मण की रसोई बनाने की ज़िम्मेदारी शूद्रों की थी। उत्तर भारत
पूरा पढ़ें...यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि जो लोग सबसे ज़्यादा टैक्स जमा करते हैं, अलग-अलग चीज़ों पर वे ही
पूरा पढ़ें...अपने समय के प्रसिद्ध विद्वान् और क्रान्तिधर्मा लेखक क्षितीश वेदालङ्कार जी ने अपनी पुस्तक ‘कश्मीर : झुलसता स्वर्ग’ के रूप
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